Wednesday, October 5, 2016

महिला मेधाविनी है

महिला मेधाविनी है
जन्म ही नहीं जन्मपूर्व से ही।
वह मेधाविनी है।
विजेता है,
सृजेता है,
प्रणेता है,
नेता है,
और गृह-देवता है।
स्वाभिमानिनी है।
महिला मेधाविनी है।।
स्वस्ति है
ज्योति है
कुटुम्ब की सेतु है
आत्मीय प्रतीति है।
राग है प्रीति है।
अभिमानिनी है
महिला मेधाविनी है ।
सर्वकार्यकर्त्री है
जगत् की नेत्री है।
परिवार की भर्त्री है।
ब्रह्मा की साक्षात् अनुकृति हैं।
शक्तिधारिणी है
महिला मेधाविनी है ।
                 ममता त्रिपाठी